दिल्ली । देश भर के सैकड़ो विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम अब 1 वर्ष में पूरा किया जाएगा। 1 वर्षीय प्रोग्राम पोस्ट ग्रेजुएशन अगले वर्ष 2024 से लागू किया जाएगा। इस नए प्रोग्राम का लाभ चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम यानि एफवाईयूपी करने वाले छात्रों को मिलेगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने पीजी पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। यूजीसी के मुताबिक, 1 साल का पीजी प्रोग्राम अगले 2024 से लागू किया जाएगा।
यूजीसी का कहना है कि 1 साल का पोस्ट ग्रेजुएट तभी संभव है जब कोई छात्र 4 वर्ष का ग्रेजुएशन किया हो। यह ग्रेजुएशन ऑनर्स में रिसर्च के साथ होना चाहिए। हालांकि यह कोई अनिवार्य नियम नहीं है, छात्र पहले की तरह 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला कर सकते हैं।
यूजीसी के मुताबिक ,अब छात्रों के पास एक या दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन करने का विकल्प रहेगा। लेकिन यह विकल्प एफ वाई यूपी करने वाले छात्रों को ही मिलेगा। ऐसे छात्र जिन्होंने 3 साल की यूजी डिग्री हासिल की है या कर रहे हैं, वे 1 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। 3 साल की ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को पहले की तरह 2 साल का पीजी करना होगा।
यूजीसी के मुताबिक, 4 वर्षीय ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम में रिसर्च स्पेशलाइजेशन के साथ "यूजी ऑनर्स " की डिग्री मिलेगी। फिलहाल देशभर की 150 यूनिवर्सिटी मैं एफवाईयूपी लागू है। आने वाले सत्र 2024 में 300 प्लस यूनिवर्सिटी एफवाईयूपी ऑफर करने जा रही है। 2 वर्ष के मास्टर कोर्स में भी रिसर्च पर काफी फोकस किया गया है। यूजीसी ने नए पीजी कोर्स के लिए ड्राफ्ट व क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी कर दिया है। यूजीसी ने बताया कि पहली बार 1 साल का मास्टर डिग्री प्रोग्राम 2024 से लागू होगा। जो की 4 साल की ग्रेजुएशन के बाद हो सकेगा।
यूजीसी का कहना है कि शुरुआत देश भर में 150 विश्वविद्यालयों ने 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम को लागू किया था। 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लागू करने वाले विश्वविद्यालय में 19 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 24 राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय, 40 डीम्ड विश्वविद्यालय अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय, विश्व भारती विश्वविद्यालय , राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय व मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय शामिल हैं।
अब इन विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़कर 150 तक पहुंच चुकी है। एफवाई यूपी रूपरेखा के तहत यूजीसी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन ई पी) प्रावधानों को पालन करते हुए, छात्रों को 3 वर्ष की स्नातक डिग्री के साथ-साथ 4 वर्षीय ऑनर्स डिग्री हासिल करने का विकल्प प्रदान किया है।
यूजीसी के मुताबिक छात्र 120 क्रेडिट पूरा होने पर 3 वर्षीय यूजी डिग्री और 4 वर्ष में 160 क्रेडिट पूरा करने पर एफवाईयूपी ऑनर्स डिग्री हासिल कर सकेंगे।
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